कामाख्या मंदिर भारत के असम के गुवाहाटी शहर में स्थित एक महत्वपूर्ण हिंदू मंदिर है। यह देवी कामाख्या को समर्पित है
मंदिर नीलाचल पहाड़ी के ऊपर स्थित है, जो असम के सबसे बड़े शहर गुवाहाटी शहर के केंद्र से लगभग 8 किलोमीटर पश्चिम में है।
कामाख्या मंदिर एक प्राचीन संरचना है, जिसमें असमिया मंदिरों की विशिष्ट वास्तुकला शैली है। इसमें मधुमक्खी के छत्ते जैसा शिखर (टावर) और इसकी दीवारों पर जटिल नक्काशी की गई है।
मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है, जो पवित्र स्थल हैं जहां कहा जाता है कि भगवान शिव की पत्नी देवी सती के शरीर के अंग गिरे थे।
मंदिर तांत्रिक अनुष्ठानों और प्रथाओं से निकटता से जुड़ा हुआ है। यहा तंत्र साधना (आध्यात्मिक अभ्यास) का केंद्र है और आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करने वाले तांत्रिक चिकित्सक यहां अक्सर आते हैं।
कामाख्या मंदिर से जुड़ी सबसे प्रसिद्ध घटनाओं में से एक अंबुबाची मेला है, जो मानसून के मौसम (आमतौर पर जून में) के दौरान आयोजित होने वाला एक वार्षिक उत्सव है।
कामाख्या मंदिर में पूरे भारत और विदेशों से तीर्थयात्री और पर्यटक आते हैं। यह शक्तिवाद के भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है, जो हिंदू धर्म की एक प्रमुख शाखा है जो दिव्य स्त्री ऊर्जा की पूजा करती है।
कामाख्या को समर्पित मुख्य मंदिर के अलावा, मंदिर परिसर के भीतर विभिन्न हिंदू देवताओं को समर्पित कई अन्य छोटे मंदिर और मंदिर हैं।ब्रह्मपुत्र नदी और गुवाहाटी शहर के सुंदर दृश्य भी है।