अंगकोर वाट की दुनिया में आपका स्वागत है, जो कंबोडिया के केंद्र में स्थित एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला वास्तुशिल्प है।
12वीं शताब्दी में खमेर राजा सूर्यवर्मन द्वितीय द्वारा निर्मित, अंगकोर वाट दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक स्मारक और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है।
मूल रूप से हिंदू भगवान विष्णु को समर्पित, अंगकोर वाट धीरे-धीरे एक बौद्ध मंदिर परिसर में बदल गया।
अंगकोर वाट का डिज़ाइन हिंदू और बौद्ध ब्रह्मांड विज्ञान में ब्रह्मांड के ब्रह्मांडीय केंद्र माउंट मेरु का एक प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व है।
इसके पांच टावर मेरु पर्वत की पांच चोटियों का प्रतीक हैं, जो ब्रह्मांडीय महासागर का प्रतिनिधित्व करने वाली एक विशाल खाई से घिरा हुआ है।
अंगकोर वाट न केवल खमेर साम्राज्य के उन्नत इंजीनियरिंग कौशल का प्रमाण है, बल्कि कलात्मक अभिव्यक्ति की उत्कृष्ट कृति भी है।
अंगकोर वाट अपनी शाश्वत सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व से दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित करता रहता है।